सारी दुनिया ही उल्टी है बोलो सीधा क्या ।
जनम -जनम भर जिसे निभाना उसका वादा क्या ।
घट सागर में घट में सागर दोनों एक हुए ,
कहने वाले तो कहते हैं पूरा आधा क्या ।
नाप सका है कौन प्यार की गहराई अब तक ,
एक बार डूबा है जो भी बाहर आया क्या ।
जितना जिसको मिलना था वह प्यार मिला उसको ,
अपनी अपनी तकदीरें हैं इससे ज्यादा क्या ।
प्यार मिला है जितना भी सब मिला सदा औरों से ,
अगर ज़रा सा कोई ले ले अपना जाता क्या .
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें