उसकी अपनी चिंताओं का हल होता है ।
आज अगर कोई खुशहाल दिखाई देता है,
कठिन परिश्रम का उसके ही फल होता है ।
केवल धन के लिए जिन्दगी जीने वाला ,
सच पूछो तो उन्मादी पागल होता है ।
वैसे तो जीवन पानी का एक बुलबुला है ,
मगर कहाँ इतना भर ये केवल होता है ।
बारिश में कम्बल ओढ़े जो भीग रहा है ,
उसका भीतर तो सूखा कम्बल होता है ।
कहने को तो गंगा मैली करदी सबने ,
पर पूजा का तो पावन वह जल होता है .
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